Email Marketing (ईमेल मार्केटिंग) क्या है? इतिहास, प्रकार और लाभ 2025

Email Marketing concept illustration with digital devices

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ईमेल मार्केटिंग क्या है? इतिहास, प्रकार, लाभ और 2025 की स्थिति

ईमेल मार्केटिंग. ( email marketing) एक डिजिटल मार्केटिंग;( Digital marketing) तकनीक है जिसमें व्यवसाय अपने ग्राहकों और संभावित ग्राहकों (Potential Customers) को ईमेल के माध्यम से जानकारी, प्रचार, और प्रस्ताव भेजते हैं, यह विधि ना केवल लागत-प्रभावी होती है बल्कि सीधे उपभोक्ताओं से संवाद करने का एक प्रभावी माध्यम भी है। सही रणनीति और निजीकरण ( personalization) के साथ, ईमेल मार्केटिंग ब्रांड जागरूकता बढ़ाने, ग्राहक जुड़ाव बढ़ाने और बिक्री को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसके माध्यम से लक्षित ग्राहकों तक सीधे पहुंच बनाई जा सकती है, जिससे विपणन ( marketing) अभियानों की सफलता की संभावना अधिक होती है।

ईमेल मार्केटिंग को आप मुख्यतः मार्केटिंग चैनल का मध्यम मान सकते हैं जिसे आप प्रत्यक्ष रूप के साथ-साथ डिजिटल रूप ( digitally) में इस्तेमाल कर सकते हैं ई-मेल मार्केटिंग email marketing) के माध्यम से आप अपने वेबसाइट ( website) से जुड़े सेवाओं तथा सामानों का प्रचार प्रसार कर सकते हैं एवं खरीद-बिक्री भी कर सकते हैं ऑनलाइन मार्केटिंग (online marketing) की दुनिया में ईमेल मार्केटिंग ( email marketing) को कम लागत उच्च प्रभाव ( low cost high influence) वाली एक सटीक उपकरण मानी जाती है कई व्यावसायिक कंपनी अपने ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने के लिए ईमेल का इस्तेमाल करते हैं जहां व्यवसाय अपने ग्राहक से जुड़ने एवं अपने पदार्थों को बेचने तथा उनकी ब्रांडिंग ( product branding) करने के लिए ईमेल का इस्तेमाल करते हैं !

ईमेल मार्केटिंग का इतिहास ( history of email marketing)

1. शुरुआत: सर्वप्रथम ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल 1971 ईस्वी में रे टॉमलिंसन ( ray tomlinson) ने अर्पानेट प्रणाली पर पहला इमेल भेजकर किया था भले ही या इमेल कुछ ही अक्षरों का था परंतु इसी मेल या संवाद में ईमेल मार्केटिंग की नीव रख दी थी उस वक्त ईमेल का उपयोग मुख्यतः शैक्षणिक तथा शोध संस्थानों ( Academic and Research Institutions )के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए किया जाता था।

2. ईमेल के व्यावसायिक इस्तेमाल की शुरुआत ( The beginning of business use of email):- साल 1980 के आसपास जब कंप्यूटर का इस्तेमाल बढ़ने लगा तब कंपनियों ने अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए इसका उपयोग करने लगा साल 1988 में पहला ज्ञात ईमेल ( Known emails ) विज्ञापन भेजा गया हालांकि यह एक स्पैम ईमेल ( spam email) था जिसके लिए इसे बहुत आलोचना भी झेलनी पड़ी थी

3. इंटरनेट का प्रसार (Spread of the Internet):- साल 1990 के आसपास इंटरनेट का प्रसार होता है तथा आम लोगों तक यह पहुंचता है इसी समय हॉटमेल ( hotmail) एवं याहू मेल ( yaahoo mail) का उदय होता है एवं इसी समय आम लोग भी इसका उपयोग करने लगता है तथा इसी वक्त कंपनियों ने अपने ग्राहकों के साथ सीधा संपर्क बनाने एवं पदार्थ के प्रचार प्रसार के लिए ई-मेल का उपयोग करना शुरू करते हैं।

4. साल 2000 एवं ईमेल मार्केटिंग का नया मोड़ (The year of 2000 and the turning point in email marketing):- साल 2000 में ईमेल मार्केटिंग का नया मोड़ था इसी समय स्पैम ईमेल्स (spam emails) की संख्या में काफी वृद्धि देखी गई फलस्वरुप ग्राहकों में काफी असंतोष देखने को मिला जिससे अनेक देशों में स्पैम विरोधी कानून (spam laws) बनाए गए साल 2003 में स्पैम एक्ट ( spam act) अमेरिका द्वारा बनाया गया इस कानून के तहत ई-मेल मार्केटिंग के लिए नए नियम और दिशा निर्देश निर्धारित किए गए एवं ईमेल मार्केटिंग को अधिक पारदर्शी तथा उपभोक्ता के अनुकूल बनाया गया।

5. साल 2000 तकनीकी प्रगति का विकास ( year 2000 development of technological progress):- साल 2010 में तकनीकी प्रगति तथा डेटा विश्लेषण ( data analysis) के माध्यम से ईमेल मार्केटिंग और भी परिष्कृत हो गई कंपनियों ने अपने ग्राहकों के प्राथमिकता तथा व्यवहार के आधार पर निजीकृत (personalized) ईमेल भेजना शुरू कर दिया ऑटोमेशन टूल्स के विकास के कारण ईमेल मार्केटिंग का प्रभाव पड़ता गया कंपनियां ईमेल कैंपस ( email campus) को स्वचालित तरीके से संचालित करने लगी फल स्वरुप उनका समय और संसाधन बचा।

ईमेल मार्केटिंग के प्रकार (Types of Email Marketing)

ईमेल मार्केटिंग कई प्रकार के होते हैं जिसमें से कुछ प्रमुख है जो कंपनियों के अलग-अलग उद्देश्यों को अलग-अलग तरीकों से पूरा करता है तथा अलग-अलग ग्राहकों से जुड़ने के लिए अलग-अलग रास्ता अपनाता है:

  1. स्वागत ईमेल (Welcome email ):- स्वागत ईमेल किसी भी कंपनी द्वारा संभावित ग्राहक के साथ किया जाने वाला पहला ईमेल संचार होता है यह अक्सर ऑनबोर्डिंग ईमेल का एक हिस्सा होता है जो उपयोगकर्ताओं को ब्रांड से परिचित होने में मदद करता है

  2. पुष्टिकरण ईमेल (confirmation email ):- लेन-देन् संबंधी ईमेल पुष्टिकरण ईमेल होते हैं जो यह सत्यापित करते हैं कि ग्राहक द्वारा की गई कार्रवाई सफल रही यह ईमेल ग्राहकों को मानसिक शांति देते हैं तथा उन्हें आश्वस्त करते हैं कि वह जो चाहते थे वह हासिल हो गया है

  3. न्यूजलेटर ईमेल ( Newsletter email ):- न्यूजलेटर ईमेल एक आवधिक ईमेल होता है जो किसी व्यक्ति या व्यवसाय द्वारा भेजा जाता है जिसमें उसे विषय से संबंधित समाचार, अपडेट, चयनीत सामग्री होती है जिसके लिए आपने साइन अप ( sighn up) किया होता है

  4. प्रचार ईमेल (Promotional emails):- यह एक वाणिज्यिक प्रसारण होता है जो आमतौर पर किसी व्यवसाय के लिए बिक्री और राजस्व बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन पैदा करता है प्रचार ईमेल का लक्ष्य ग्राहकों को खरीदारी करने के लिए राजी करना होता है

  5. समर्पित ईमेल ( Dedicated email):- समर्पित ई-मेल एक आईपी ई-मेल (IP email) है जो केवल आपके ईमेल भेजने के लिए निर्दिष्ट है जब आप ईमेल भेजते हैं तो वह एक ऐसे आईपी (IP) से भेजते हैं जो आपके लिए अद्वितीय और अनन्य होता है जिससे आपको अपने प्रेषक प्रतिष्ठा पर पूरा नियंत्रण मिलता है।

  6. लीडपोषण ईमेल ( Lead Nurturing Email):- आमतौर पर ईमेल ड्रिप ( Email Drip) अभियान के रूप में आते हैं। ईमेल ड्रिप ( Email Drip)अभियान के साथ, आप अपने दर्शकों के एक विशिष्ट समूह को लक्षित करेंगे जो किसी विशेष उत्पाद या सेवा में रुचि रखते हैं और उन्हें रूपांतरण की ओर बढ़ाने के लिए समय-समय पर ईमेल की एक श्रृंखला भेजेंगे।

  7. आमंत्रण ईमेल (Invitation E-mail):- आमंत्रण ईमेल भी ईमेल मार्केटिंग का एक अभिन्न हिस्सा है जिसमें सब्सक्राइबर्स (subscribers) को आगामी इवेंट जैसे वेबीनार, कॉन्फ्रेंस, प्रेजेंटेशन ( webinar, confrence, presentation) आदि की घोषणा करने के लिए भेजा जाता है और लोगों को यह विश्वास दिलाता है कि वह निमंत्रण के लिए काबिल है।

Steps to start Email Marketing campaign guide

ईमेल मार्केटिंग की शुरुआत कैसे करें (How to start email marketing)

ईमेल मार्केटिंग एक प्रभावित तरीका है जिस व्यवसाय अपने ग्राहकों के साथ सीधे संपर्क कर सकता है वर्तमान समय में इस आर्टिकल को पढ़कर अगर आप सोच रहे हैं कि ईमेल मार्केटिंग शुरू कैसे करें तो इसके लिए कुछ सरल कदम का हमने उल्लेख किया है जिसकी मदद से आप ईमेल मार्केटिंग की शुरुआत कर सकते हैं:

1. लक्ष्य को निर्धारित करें (Determine the goal) ईमेल मार्केटिंग से क्या प्राप्त करना है सबसे पहले तो आप यह तय कर ले क्या आप समान या पदार्थों को बेचना चाहते हैं या फिर अपने बॉन्ड्स ( bonds) का प्रचार प्रसार करना चाहते हैं इसके परिणाम स्वरुप आप अपने प्रयासों को सही दिशा में लेकर जा सकते हैं

2. ई-मेल सूची बनाएं ( create email list):- आपके पास एक गुणवत्ता ईमेल सूची होनी चाहिए इसे बनाने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

  • वेबसाइट साइन अप फॉर्म ( website sighn up form):- अपने वेबसाइट पर साइन अप फॉर्म जोड़े।

  • अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रचार करें।

  • प्रतियोगिताएं एवं गिवअवे (Contests & Giveaways) लोग ईमेल प्रदान करने के लिए अधिक प्रेरित होते हैं जब उन्हें कुछ जीतने या परिणाम प्राप्त करने का मौका मिलता है

Email Marketing

3. सही ईमेल मार्केटिंग टूल चुने (Choose the right email marketing tool):- बहुत सारे ईमेल मार्केटिंग टूल्स ( email marketing tools) उपलब्ध है जैसे मेल चिप ( mail chip), सेंडइन ब्लू ( sendin blue) कन्वर्ट कीट ( convert kit) आदि। ये टूल्स आपके कैंपेन को व्यवस्थित और ऑटोमेट करने में मदद करेंगे लेकिन आपको अपने बजट और आवश्यकताओं के अनुकूल टूल चुनने हैं।

4. ईमेल टेम्पलेट तैयार करें (Prepare an email template) आप अपने बांड ( bond) के अनुरूप ई-मेल टेम्पलेट ( email tempalate) डिजाइन करें या सुनिश्चित करें कि यह आपका मोबाइल फ्रेंडली हो क्योंकि बहुत सारे लोग अपने मोबाइल डिवाइस पर अपना ईमेल पढ़ते हैं आप एच टी एम एल टेंप्लेट ( HTML Tempalate) का उपयोग कर सकते हैं या फिर टूल्स में उपलब्ध ड्रग एंड ड्रॉप ( drug and drop) का इस्तेमाल कर सकते हैं

Email Marketing trends in 2025 with AI automation

5. प्रासंगिक सामग्री तैयार (Prepare relevant content) करें आपकी ईमेल सामग्री दर्शकों के लिए प्रासंगिक और मूल्यवान होनी चाहिए इसके निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दें:

  • आकर्षक विषय पंक्ति ( Catchy subject line):- यह पहली चीज होती है जिसको आपके ग्राहक देखते हैं अर्थात आपको उसे रोचक बनाना है

  • व्यक्तिगत संदेश (personal message):- प्राप्तकर्ता का नाम एवं व्यक्तिगत अनुभव जोड़े

  • फर्स्ट कॉल टू एक्शन ( first call to action) एक स्पष्ट CTA (call to action) जोड़े जिससे आपके ग्राहकों को पता चलेगा कि उन्हें अगला कौन सा कदम उठाना है।

6. कानूनी पहलुओं का पालन करें ( Follow the legal aspects):- या सुनिश्चित करें कि आपका ई-मेल अभियान कानूनी नियमों का पालन कर रहा है या नहीं जैसे कि आपकी ईमेल में एक अनसब्सक्राइब लिंक (unsubscribe link ) होना आवश्यक है जिससे लोग आसानी से आपकी सूची से हट सके।

7. प्राप्त परिणामों का विश्लेषण करें ( Analyze the results obtained )और सुधार करें:- अंत में प्राप्त परिणामों का विश्लेषण करें और यह जानने की कोशिश करें कि क्या काम कर रहा है एवं क्या काम नहीं कर रहा है इसके आधार पर आप अपने ईमेल मार्केटिंग रणनीति में सुधार करें।

ईमेल मार्केटिंग के लाभ (Advantage of email marketing)

  1. कम लागत (Low cost): विज्ञापन और प्रचार (Advertising and promotion) के पारंपरिक तरीकों की तुलना में बहुत सस्ता।
  2. व्यक्तिगतकरण (Personalization): ग्राहकों के अनुसार संदेशों को अनुकूलित किया जा सकता है।
  3. विस्तृत पहुँच (Extended reached): वैश्विक स्तर पर ग्राहकों तक पहुँचने में सक्षम।
  4. तुरंत प्रतिक्रिया (Quick reaction): जल्दी प्रतिक्रिया और संलग्नता प्राप्त की जा सकती है।
  5. सटीक मापन (Accurate Measurements): प्रदर्शन को आसानी से ट्रैक और विश्लेषण किया जा सकता है।
  6. स्वचालन (Automation): नियमित ईमेल भेजने के लिए स्वचालित प्रणाली का उपयोग।
  7. ब्रांड जागरूकता (Brand Awareness): निरंतर संपर्क से ब्रांड की पहचान मजबूत होती है।

ईमेल मार्केटिंग के नुकसान (Disadvantage of email marketing)

  1. स्पैम के रूप में मानी जाती है (Considered as spam): यदि ईमेल सही तरीके से टारगेट नहीं किया गया हो, तो इसे स्पैम के रूप में देखा जा सकता है, जिससे ब्रांड की छवि खराब हो सकती (Brand image may be damaged) है।
  2. कम ओपन रेट (Low open rate): अधिकांश ई-मेल को लोग खोलते नहीं हैं, जिससे संदेश का प्रभाव (Impact of the message) कम हो सकता है।
  3. डिजाइन की चुनौतियाँ (Design challenge): विभिन्न ई-मेल क्लाइंट्स (Email clients) और डिवाइसों पर ईमेल का सही ढंग से दिखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  4. कानूनी नियमों का पालन (Comply with legal regulations): विभिन्न देशों में ईमेल मार्केटिंग के लिए कठोर कानून होते हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है।
  5. डिलीवरी की समस्याएँ (Delivery issue): कभी-कभी ईमेल सही तरीके से डिलीवर नहीं होते, जिससे लक्षित दर्शकों तक संदेश नहीं पहुँच पाता।
  6. अत्यधिक प्रतिस्पर्धा (Extreme competition): ईमेल इनबॉक्स (Email inbox) में अत्यधिक प्रतिस्पर्धा होती है, जिससे आपकी ईमेल का ध्यान आकर्षित करना कठिन हो सकता है।
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Status of Email Marketing in 2025

अगर बर्तमान समय में e-mail marketing की बात करें तो 2025 में ईमेल मार्केटिंग अभी भी सबसे भरोसेमंद और उच्च-ROI (Return of investment) वाला चैनल है , सारी दुनिया में अगर देखा जाए तो विश्वभर मैं लगभग 4.6 अरब ईमेल यूज़र हैं।

AI (Artificial intelligence) आधारित हाइपर-पर्सनलाइज़ेशन और ऑटोमेशन ट्रेंड (Hyper-personalization and automaton trend) बन चुके हैं, जिससे क्लिकिंग और कन्वर्जन रेट में बड़ा बदलाव हुआ है।

डाटा-प्राइवेसी और GDPR (General data protection regulation) जैसे रेगुलेशन्स की वजह से मार्केटर्स को ट्रांसपेरेंसी पर ज़्यादा ध्यान देना।

FAQ - ईमेल मार्केटिंग से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1: ईमेल मार्केटिंग (Email Marketing) क्या है? Ans: ईमेल मार्केटिंग एक डिजिटल मार्केटिंग तकनीक है जिसमें व्यवसाय अपने उत्पादों, सेवाओं या ब्रांड का प्रचार करने के लिए ग्राहकों को ईमेल भेजते हैं। यह कम लागत में ग्राहकों से सीधा संपर्क बनाने का एक प्रभावी तरीका है।

Q2: ईमेल मार्केटिंग की शुरुआत कब हुई थी? Ans: ईमेल मार्केटिंग की शुरुआत 1971 में हुई थी, जब रे टॉमलिंसन (Ray Tomlinson) ने अर्पानेट प्रणाली पर पहला ईमेल भेजा था। हालांकि, व्यावसायिक रूप से इसका चलन 1990 के दशक में इंटरनेट के प्रसार के साथ बढ़ा।

Q3: 2025 में ईमेल मार्केटिंग क्यों जरूरी है? Ans: 2025 में भी ईमेल मार्केटिंग सबसे अधिक ROI (Return on Investment) देने वाला चैनल है। AI और ऑटोमेशन के आने से अब यह और भी सटीक और पर्सनलाइज्ड हो गया है, जिससे कन्वर्जन रेट बढ़ता है।

Q4: ईमेल मार्केटिंग के मुख्य प्रकार कौन से हैं? Ans: इसके मुख्य प्रकारों में स्वागत ईमेल (Welcome Email), न्यूज़लेटर (Newsletter), प्रचार ईमेल (Promotional Email), और ट्रांसेक्शनल या पुष्टिकरण ईमेल (Confirmation Email) शामिल हैं।

Q5: ईमेल मार्केटिंग के सबसे बड़े लाभ क्या हैं? Ans: इसके सबसे बड़े लाभ हैं – कम लागत (Low Cost), टारगेट ऑडियंस तक सीधी पहुँच, और परिणामों को आसानी से ट्रैक (Analytics) करने की सुविधा।

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